tag:blogger.com,1999:blog-4587623399581991596.post8380994145774762055..comments2023-05-08T16:57:48.749+05:30Comments on हास्य-व्यंग: पार्क में योग - बेचारे योगीAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/10037139497461799634noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-4587623399581991596.post-72568216466992542942009-01-25T15:44:00.000+05:302009-01-25T15:44:00.000+05:30सुरेश जी बहुत समय बाद आप ने भारत के पार्क की सेर क...सुरेश जी बहुत समय बाद आप ने भारत के पार्क की सेर करवा दी, अजी मेरे को तो बहुत मजा आया इस पार्क मै घुम कर, जिधर देखो अजादी ही अजादी, <BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4587623399581991596.post-39941643953020743982009-01-25T11:47:00.000+05:302009-01-25T11:47:00.000+05:30आपकी बातों से लगता है कि जिस बस्ती में यह पार्क ह...आपकी बातों से लगता है कि जिस बस्ती में यह पार्क है, उसकी आबादी पर्याप्त होगी क्योंकि 250 लोगों ने तो आवेदन पर हस्ताक्षर किए थे।<BR/>यह भी स्पष्ट है कि इस पार्क की ओर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है - न नगर निगम और न ही क्षेत्रीय विधायक।<BR/>यह सब कुछ स्पष्ट हो जाने के बाद भी किसी की प्रतीक्षा करना समझदारी नहीं है। बस्ती के निवासियों को मिल बैठकर इस पार्क का पुनरुध्दार करने वर विचार करना चाहिए। इसके सिवाय और कोई रास्ता फिलवक्त तो नजर नहीं आता।<BR/>जो असुविधा झेल रहे हैं, निदान उन्हीं को निकालना पडेगा।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.com