भ्रष्टाचार है - तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करना, कानून की अवहेलना, योग्यता के मुकाबले निजी पसंद को तरजीह देना, रिश्वत लेना, कामचोरी, अपने कर्तव्य का पालन न करना, सरकार में आज कल यही हो रहा है. बेशर्मी भी शर्मसार हो गई है अब तो.

Friday, January 8, 2010

ममता दी की झटका गाड़ी

ममता दी की झटका गाड़ी,
शताब्दी एक्सप्रेस उसका नाम,
दिल्ली कालका के बीच चलती,
हर रोज सुबह और शाम.

पहला झटका दिया सुबह जब,
प्लेटफार्म से निकली बाहर,
सारे झटके गिन नहीं पाया,
उतर गया चंडीगढ़ जाकर.

सुपर फास्ट कहलाती है वह,
पर चलती कछुए की चाल,
कभी तेज चलते नहीं देखा,
मर्जी जहाँ वहीं रुक जाती.

रुकती है तो झटका देती,
चलती है तो झटका देती,
चलते-चलते झटका देती,
रुलते-रुकते झटका देती.

लालू जी की झटका गाड़ी,
अब है ममता दी की गाड़ी,
लालू बदल गए ममता में,
पर नहीं बदले झटके इसके.

ममता दी की झटका गाड़ी,
ममता दी की झटका गाड़ी.

2 comments:

प्यारे मोहन said...

वह गुप्ता जी, क्या बात है - ममता दी की झटका गाडी. रेल ही क्या, यह तो सारा देश ही झटके से चल रहा है. मनमोहन जी की सरकार अक्सर झटके ही तो देती रहती है. एक और रचना हो जाए - सोनिया-मनमोहन की झटका सरकार.

Kumar said...

sahi kaha. hamne bhi bahut jhatke khaye hain is gadi men.

Get your website at top in all search engines
Contact Rajat Gupta at
9810213037, or
Go to his site

For free advice on management systems - ISO 9001, ISO 14001, OHSAS 18001, ISO 22000, SA 8000 etc.
Contact S. C. Gupta at 9810073862
e-mail to qmsservices@gmail.com
Visit http://qmsservices.blogspot.com