"तीन बच्चे, उम्र पैतीस साल,
कौन करेगा ऎसी बूढ़ी से बलात्कार?"
यह कह कर चले गये,
पुलिस के उच्चाधिकारी.
बलात्कार पीडिता के साथ,
फिर हुआ बलात्कार,
इस बार पुलिस द्वारा.
कोई शर्मिंदा नहीं हुआ,
न मुख्य मंत्री,
न गृह मंत्री,
शर्मिंदा हुई भारत माता.
मुझे बचपन में सिखाया था,
जहाँ नारी का सम्मान होता है,
वहाँ देवता निवास करते हैं,
इन्हें बचपन में क्या सिखाया होगा,
इनके माता-पिता ने?
कौन करेगा ऎसी बूढ़ी से बलात्कार?"
यह कह कर चले गये,
पुलिस के उच्चाधिकारी.
बलात्कार पीडिता के साथ,
फिर हुआ बलात्कार,
इस बार पुलिस द्वारा.
कोई शर्मिंदा नहीं हुआ,
न मुख्य मंत्री,
न गृह मंत्री,
शर्मिंदा हुई भारत माता.
मुझे बचपन में सिखाया था,
जहाँ नारी का सम्मान होता है,
वहाँ देवता निवास करते हैं,
इन्हें बचपन में क्या सिखाया होगा,
इनके माता-पिता ने?