वह छपवाती हैं अपने फोटो,
जनता के पैसे से खरीदे,
हर सरकारी विज्ञापन में.
मैं भारत का नागरिक,
रोज अपमानित होता हूँ,
उनके फोटो देख कर,
अखवारों में.
हम आज ऐसे समाज में रहते हैं जो बहुत तेजी से बदल रहा है और हम सबके लिए नए तनावों की स्रष्टि कर रहा है. पर साथ ही साथ समाज में घट रही बहुत सी घटनाएं हमारे चेहरे पर मुस्कान ले आती हैं. हमारे तनाव, भले ही कुछ समय के लिए, कम हो जाते हैं. हर घटना का एक हास्य-व्यंग का पहलू भी होता है. इस ब्लाग में हम उसी पहलू को उजागर करने का प्रयत्न करेंगे.
3 comments:
बहुत खूब सच बात ..
धन्यवाद, ब्लाग पर आते रहिये.
लेकिन ऐसा कोई कानून नही जो हमारे पैसे से चलते विज्ञापन को रोक सके यहां तक कि उनको नियंत्रित भी कर सके
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