लोगों ने ट्रेफिक जाम लगाया,
लोगों ने ट्रेफिक जाम हटाया,
पुलिस चेक पोस्ट पर बैठी रही,
गाड़ियों को रोकती रही,
जेब गरम करती रही.
हम आज ऐसे समाज में रहते हैं जो बहुत तेजी से बदल रहा है और हम सबके लिए नए तनावों की स्रष्टि कर रहा है. पर साथ ही साथ समाज में घट रही बहुत सी घटनाएं हमारे चेहरे पर मुस्कान ले आती हैं. हमारे तनाव, भले ही कुछ समय के लिए, कम हो जाते हैं. हर घटना का एक हास्य-व्यंग का पहलू भी होता है. इस ब्लाग में हम उसी पहलू को उजागर करने का प्रयत्न करेंगे.
2 comments:
trafic police ke bare me sachchai yahi hai
हर सरकारी आदमी,कामचोर-निट्ठल्ला.
दो कौङी का है मगर, बहुत मचाये हल्ला.
बहुत मचाये हल्ला, ताकत है कानूनी.
इसके लिये है पुलिस-फ़ौज-अमला कानूनी.
कह साधक वे खुद को समझे बैठे अमरी.
मौत नाचती सिरपर, ना समझे सरकारी.
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