नया साल शुरू हुआ है. इस साल की पहली चुटकुला पोस्ट हाजिर है.
फ्रिज बिकाऊ है
हमारे एक मित्र कानून का बहुत सम्मान करते हैं. उन्होंने एक नया फ्रिज ख़रीदा. अब समस्या थी कि पुराने फ्रिज का क्या करें. उन्होंने एक एजेंसी से बात की कि पुराने फ्रिज को बिना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए डिस्पोज करने में कितने रुपए लगेंगे. एजेंसी ने एक मोटा खर्चा बता दिया. मित्र ने कुछ सोच कर फ्रिज घर के बाहर बगीचे में रख दिया और उस पर एक बोर्ड लगा दिया - आप चाहें तो इसे मुफ्त अपने घर ले जा सकते हैं. हफ्ता गुजर गया पर किसी ने फ्रिज को हाथ भी नहीं लगाया. मित्र ने फ़िर सोचा और बोर्ड बदल दिया. अब उस पर लिखा था - फ्रिज बिकाऊ है, मात्र ५०० रुपए. दूसरे दिन फ्रिज चोरी हो गया.
फ़िर धो दो
मित्र की पत्नी ने घर बजट में बचत करने के लिए अपनी एक ड्रेस को ड्राई-क्लीन न करवा कर घर में ही धो लिया. पति को प्रभावित करने के लिए उन्होंने यह बात उन्हें बताई और कहा देखो मैंने ५० रुपए बचा लिए. पति अखबार पढने में व्यस्त थे. उन्होंने कहा, 'एक बार फ़िर धो लो, ५० रुपए और बच जायेंगे'.
पिज्जा
मित्र घर वापस जाते हुए बाज़ार होते हुए निकले. एक पिज्जा की दूकान पर पहुंचे और एक पिज्जा पैक करने का ऑर्डर दिया. दूकानदार ने पूछा कि पिज्जा के चार टुकड़े करें या छै. मित्र ने काफ़ी देर सोचा और बोले, 'चार टुकड़े करना, क्योंकि मुझे इतनी भूख नहीं लगी है कि छै टुकड़े खा सकूं'.
अब कौन घोषणा करेगा?
पहले तेल मंत्री ने, फ़िर ग्रह मंत्री ने, फ़िर कांग्रेस माता ने घोषणा की कि पेट्रोल और डीजल की कीमत कम हो सकती है. मित्र जो काफ़ी समय से कीमत कम होने की प्रतीक्षा कर रहे थे बहुत झल्लाए, 'अरे अब बस भी करो, कितनी लम्बी लिस्ट है घोषणा करने वालों की? लिस्ट छाप दो, हमें पता लग जायेगा कि अब कौन घोषणा करेगा. साले घोषणा किए जा रहे हैं, कीमतें कम नहीं करते'.
अब किसका नंबर है?
प्रधान मंत्री अस्पताल चले गए आपरेशन करवाने. अब स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं.
घोषणा हुई कि विदेश मंत्री प्रधान मंत्री का काम देखंगे.वह श्रीलंका चले गए उनकी समस्या सुलझाने.
घोषणा हुई कि रक्षा मंत्री प्रधान मंत्री का काम देखंगे.
मित्र बहुत झल्लाए, 'यह पाकिस्तान चले जायेंगे उनकी समस्या सुलझाने. इनके बाद किसका नंबर है?'
फ़िर ख़ुद ही सुझाव दिया, 'सब को बाहर भेज दो और राहुल को प्रधान मंत्री बना दो. रिहर्सल हो जायेगा लोक सभा चुनाव के बाद प्रधान मंत्री बनने का'.
आतंकियों को गोली मार दी
विश्वस्त सूत्रों से ख़बर मिली है कि कुछ आतंकियों को पाकिस्तान में गोली मार दी गई है. यह घटना यह बात पता चलने पर हुई कि गणतंत्र दिवस परेड में अभूतपूर्व सुरक्षा के वाबजूद किसी ने एक जापानी राजनयिक का बैग चुरा लिया. उनका अपराध यह माना गया कि जब एक टुच्चा चोर अन्दर घुस कर बैग चुरा सकता है तो तुम साले यहाँ पाकिस्तान में क्या भाड़ झोंक रहे थे. मुंबई में तम्हारे कुछ साथी क्या मर गए कि तुम सबकी हवा निकल गई. 'गणतंत्र दिवस परेड में अभूतपूर्व सुरक्षा है' का बहाना बना कर साले हिन्दुस्तान से भाग कर घर आ गए. लो अब वहां नहीं मरे तो यहाँ मरो.
चोर मीडिया
राहुल के कुछ कागज़ चोरी करने का इल्जाम टीवी वालों पर लगाया गया है. क्या था उन कागजों में?