कल मैं आगरा में था. मेरी एक क्लाइंट कम्पनी में आडिट था. बात छिढ़ गई, चायावती के जन्मदिन पर पैसे इकट्ठे करने की. कम्पनी के मालिक ने बताया कि आगरा से २० करोड़ रुपये इकट्ठे होने हैं. औरैया में एक इंजिनियर की ५० लाख न देने पर हत्या कर दी गई, इस बात का संकेत भी दिया जा रहा है. लोग डरे हुए हैं, पर यह नहीं समझ पा रहे हैं कि व्यापार में चल रही मंदी के समय चायावती के जन्मदिन पर देने के लिए पैसा कहाँ से लायें. अगर नहीं लाये तो कहीं हमारी हालत भी उस इंजिनियर जैसी न हो'.
यह बात तो रही उनकी जिन्हें कहा जा रहा है, पैसा दो या मौत लो. अब उनकी बात करें जिन्हें यह पैसा देना है. कल चायावती ने अपने एक परम भक्त से कहा, कि काश मेरा जन्मदिन रोज होता!!!
2 comments:
जी हाँ आजकल तो जन्मदिन की ही माया है |
लानत है ऎसे जन्म दिवस पर ओर ऎसे नेता पर, ओर जो इसे चुनते है उन पर भी.्किसी की लाश पर एक स्कुल मास्टर्नी अपना जन्म दिन केसे मनाती है... देखो लोगो
धन्यवाद
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